Rohini Vrat is observed on the day of Rohini Nakshatra included in 27 Nakshatras. This is the reason that this fast has been named Rohini. This fast holds a very special significance for the Jain community. It is believed that by observing this fast, the disorders of the soul are removed. At the same time, it also gets rid of Karma Bandha, that is, the attainment of Moksha. This fast can be done by any man and woman, and everyone in the Jain community does this fast. It is believed that observing this fast brings purity in human beings and motivates them to do noble things. The first Rohani fast in 2021 will come on 24 January, Sunday.
27 नक्षत्रों में शामिल रोहिणी नक्षत्र के दिन ही रोहणी व्रत रखा जाता है। यही कारण है कि इस व्रत का नाम ही रोहणी रखा गया है। यह व्रत जैन समुदाय के लिए बहुत ही खास महत्व रखता है। माना जाता है कि इस व्रत को करने से आत्मा के विकारों को दूर किया जाता है। साथ ही ये कर्म बंध से भी छुटकारा दिलाता है, यानी मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस व्रत को स्त्री-पुरुष कोई भी कर सकता है और जैन समुदाय में सभी इस व्रत को जरूर करते हैं। माना जाता है कि इस व्रत को करने से मनुष्य के अंदर शुद्धता आती है और नेक कार्य करने को प्रेरित होता है। 2021 में पहला रोहणी व्रत 24 जनवरी, रविवार को आएगा।
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